UP में अब स्कूल में नहीं कर सकेंगे मनमानी, सरकार जल्द ही लागू करेगी नए नियम
UP News: हाल ही में यूपी सरकार ने स्कूलों के बच्चों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। यूपी सरकार स्कूलों में बढ़ती हुई मनमानी को रोकने के लिए नए नियमों को लागू करने वाली है। ऐसे में यूपी सरकार द्वारा डिजिटल रजिस्टर नामक एक नया मॉड्यूल प्रेरणा पोर्टल पर बनाया गया है। जिससे शिक्षक विद्यालय में प्रत्येक व्यक्ति के आगमन और प्रस्थान का रिकॉर्ड रखा जाएगा। आइए जानते हैं इस अपडेट के बारे में विस्तार से...

Agro Haryana, New Delhi : अगले महीने से सभी जिलों में यह प्रणाली लागू होने वाली है। शिक्षक विद्यालय में प्रत्येक व्यक्ति के आगमन और प्रस्थान का रिकॉर्ड रखेंगे। स्कूलों को जियो-फेंसिंग करने से ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की जा सकेगी। जियो फेंसिंग एक प्रक्रिया है जो एक भौगोलिक क्षेत्र के चारों ओर एक आभासी सीमा बनाती है, जिसमें विवरण केवल उन सीमाओं के भीतर दर्ज किए जा सकते हैं।
फिलहाल, छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की उपस्थिति का मैनुअल रजिस्टर रखने से शिक्षकों की मनमानी पर रोक लगेगी। ऐसे में वह इसे मनमाने ढंग से थोप देता है। शिक्षकों की उपस्थिति हर दिन दो बार दर्ज होने चाहिए। शिक्षक विद्यालय में प्रत्येक व्यक्ति के आगमन और प्रस्थान का रिकॉर्ड रखेंगे।
1 अप्रैल से 30 सितंबर तक, गर्मियों के दौरान शिक्षक स्कूल पहुंचने पर सुबह 7.45 बजे से रात 8 बजे तक और स्कूल छोड़ने पर दोपहर 2.15 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक पंजीकृत हो सकेंगे।
सर्दियों में 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक स्कूल में पहुंचते समय सुबह 8:45 से लेकर 9 बजे तक और स्कूल से निकलते समय दोपहर 3:15 से 3:30 बजे तक उपस्थिति दर्ज होने वाली है।
छात्रों को गर्मियों में 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक सुबह 8 बजे से 9 बजे तक और सर्दियों में 1 अक्टूबर से मार्च तक सुबह 9 बजे से 10 बजे तक ऑनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज करानी पड़ेगी।
वही इसकी के साथ गर्मियों में दोपहर 12 बजे तक और सर्दियों में दोपहर 1.30 बजे तक भोजन की जानकारी भेजी जाएगी। प्रवेश, कागजी व्यवहार और शिशु गणना के 12 पंजीका सहित उपस्थिति और मध्याह्न भोजन पंजिका डिजिटल हो गया है।
डिजिटल रजिस्टर नामक एक नया मॉड्यूल प्रेरणा पोर्टल पर बनाया गया है। शिक्षकों को इस पर पूरा विवरण भरना होगा। 2.09 लाख टैबलेट अभी परिषदीय स्कूलों को दिए गए हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के निर्देश जारी हुए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति को टैबलेट पर चेहरे की पहचान तकनीक से दर्ज किया जाएगा।